जंग के बीच इक्वाडोर में आपातकाल की घोषणा, आपराधिक समूहों ने 7 पुलिसकर्मियों का किया अपहरण; 10 प्वाइंट्स में समझें क्या-क्या हुआ?
Ecuador Gangsters Go On Rampage
Ecuador Gangsters Go On Rampage: रूस-यूक्रेन और इजरायल-गाजा में युद्ध चल रहा है तो लैटिन अमेरिका का देश इक्वाडोर गृहयुद्ध की चपेट में आ गया है. इक्वाडोर में ड्रग्स माफियाओं ने सरकार के खिलाफ जंग छेड़ दी जिसके बाद सड़कों पर आतंक पसर गया. टीवी स्टूडियो से लेकर मंत्रियों के घर तक, बड़े संस्थानों से लेकर सरकारी ऑफिसों तक में हिंसा होने लगी. इक्वाडोर की सरकार को जब स्थिति हाथ से निकलने हुए नजर आई तो आर्मी को बुला लिया गया और सड़कों पर फायरिंग होने लगी. फिलहाल अपराधियों को ढूंढा जा रहा है और उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है.
रविवार को इक्वाडोर का माफिया सरगना एडोल्फो ‘फिटो’ मैकियास जेल से भाग गया था, जिसके बाद वहां बड़े पैमाने पर हिंसा होने लगी. गुआयाकिल शहर में पिस्तौल और विस्फोटकों से लैस लोग एक न्यूज चैनल के सेट पर आ गए. ये तब हुआ जब न्यूज चैनल पर लाइव खबरें दिखाई दे रही थी. हमलावरों ने एंकर को काबू में कर लिया और पूरे स्टूडियो को बम से उड़ाने की धमकी दी.
एंकर को हमलावरों के सामने गुहार लगानी पड़ी. टीवी के सामने ये कहना पड़ा कि स्टूडियों में ड्रग्स तस्कर घुस आए हैं और हमारी जान को खतरा है. हमलावरों ने इस दौरान कई लोगों को बंधक भी बना लिया और सरकार से कुछ और अपराधियों को छोड़ने की मांग रखी. मांग न पूरी होने पर एक एक कर लोगों को मारने की बात कही जाने लगी. जब सड़कों पर भी बवाल होने लगा तो वहां के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ ने इमरजेंसी लागू कर दी और सेना को सड़कों पर बुला लिया.
जेलों में भी हड़कंप
इक्वाडोर की जेलों में भी हड़कंप मचा हुआ था. एक जेल में ड्रग्स से जुड़े कैदियों ने पुलिस अफसरों को बंधक बना लिया और इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया. अपराधियों ने पुलिस अफसरों के गले पर चाकू रखा हुआ था और उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही थी.
इक्वाडोर के कई शहरों में गाड़ियों में विस्फोट भी हुए. कई जगह विस्फोटकों को गाड़ियों में प्लांट किया गया तो कई जगह गाड़ियों पर बम से हमला किया गया. माचाला और क्यूटो नाम के दो शहरों में चार पुलिस अफसरों को किडनैप भी किया गया. इनका पता अब तक नहीं चल सका है. इक्वाडोर की सेना जब सड़कों पर उतरी तो सड़कों पर फैले माफिया गिरोह के सदस्यों को धरपकड़ शुरु हुई जो अपराधी पूरे शहर को बंधक बनाए हुए थे, उनको दबोचा गया और सरेआम पीटा गया. सेना ने इस दौरान कई राउंड फायरिंग भी की.
अनरेस्ट के दौरान जेलों से भागे अपराधी लोगों के घरों में घुस गए लेकिन जब सेना का दबाव बना तो अपराधी घर छोड़कर भाग खड़े हुए. इस दौरान कई घरों को आग के हवाले भी कर दिया गया. ड्रग माफिया फीटो को ढूंढने के लिए हजारों सैनिकों और पुलिसकर्मियों को सड़कों पर उतारा गया है. इमरजेंसी के तहत देशभर में सभाओं पर रोक लगा दी गई है. रात में कर्फ्यू लगाया गया है. रात 11 बजे के बाद सड़कों पर घूमने वाले लोगों को मारने का आदेश दिया गया है.
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